हम क्या करते हैं?
डॉ. ब्रज मोहन भारद्वाज द्वारा प्रस्तावित अपना घर आश्रम एक करुणामयी संगठन है जो बेघर, लाचार और असहाय व्यक्तियों की सेवा करने के लिए समर्पित है।
संगठन बेघर, असहाय, निराश और दरिद्र व्यक्तियों के लिए काम कर रहा है, जो आम तौर पर सड़कों के किनारे, रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंडों, धार्मिक और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर बहुत कठोर और दर्दनाक स्थिति में पाए जाते हैं।
इन लोगों को समाज ने त्याग दिया है, उन्हें आश्रय, भोजन, पानी और कपड़े जैसी बुनियादी जरूरतों तक नहीं पहुंच रही है और उन्हें पीड़ा में छोड़ दिया जाता है।
संगठन 'अपना घर आश्रम' के नाम से आवासीय गृह चलाता है, जहां समाज के सहयोग और उदारता से उपचार, भोजन, कपड़े, व्यक्तिगत देखभाल और चिकित्सा/शल्य चिकित्सा उपचार जैसी सभी सुविधाएं निःशुल्क प्रदान की जाती हैं।
वर्तमान में भारत के 11 राज्यों में और काठमांडू, नेपाल में एक, सहित 60 ऐसे अपना घर आश्रम हैं।
इन सभी आश्रमों में 10,169 (पुरुष 6,247 + महिला 3,922) प्रभुजी निवास कर रहे हैं और संगठन द्वारा उनकी सेवा की जा रही है।
यह एक बहुत ही सराहनीय कार्य है जो संगठन कर रहा है। ऐसे लोगों की मदद करना जो सड़कों पर रहने को मजबूर हैं, यह एक बहुत ही नेक कार्य है।
संगठन के इस कार्य में समाज को भी सहयोग देना चाहिए ताकि इन लोगों को एक अच्छा जीवन मिल सके।